Wednesday, October 10, 2018

ओडिशा से टकराकर आगे बढ़ा तितली चक्रवात; 3 जिलों में तेज बारिश, कई जगह उखड़े पेड़

विशाखापट्टनम. बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान आज सुबह करीब पांच बजे ओडिशा में गंजम जिले के गोपालपुर के तट से टकराकर आगे बढ़ गया। इसकी वजह से गंजम, गजपति और पुरी जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। मकानों के छप्पर उड़ गए। हालांकि, जनहानि की कोई खबर नहीं है। कुछ घंटों में तटवर्ती इलाकों में हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 165 किलोमीटर प्रति घंटे होने का अनुमान है।
विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी ने बताया कि पेड़ और बिजली कें खंभे गिरने से संचार व्यवस्था में अड़चनें आई हैं। कुछ सड़क मार्ग बंद हो गए हैं। यहां व्यवस्थाओं को बहाल की जा रही हैं। आठ जिलों- गंजम, गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बद्रक और बालासोर में तूफान का सबसे ज्यादा असर है।
तितली को अति गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा गया है। भारी बारिश के चेतावनी के बाद ओडिशा सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले इलाके पहले ही खाली करा लिए। बुधवार देर रात तक करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। यह तूफान 280 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में उठा था। इसके असर से 12 अक्टूबर तक पूरे ओडिशा में भारी बारिश की आशंका जताई गई। इस दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इस बीच, गोपालपुर में तूफान में फंसकर समुद्र में एक नाव पलट गई। हालांकि, आपदा प्रबंधन दल ने इसमें सवार पांचों मछुआरों को बचा लिया।
मौसम विभाग ने बुधवार को चेतावनी जारी की थी कि गुरुवार को ओडिशा के गोपालपुर, आंध्र के कलिंगापट्टनम में आंधी-तूफान की आशंका है। तितली का असर पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ इलाकों में भी देखने को मिलेगा।
ओडिशा के मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद ने बताया कि तटीय क्षेत्र के पांच जिलों गंजम, पुरी, खुर्दा, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर में निचले और तटीय इलाके खाली कराए हैं। गजपति, नयागढ़, कटक, जयपुर, भद्रक, बालासोर, कंधमाल, बौध और धेनकनाल में तेज हवाएं चल रही हैं। कुछ जगहों पर जोरदार बारिश भी हो रही है।
ओडिशा सरकार ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट भेजा है। इस दौरान सभी अफसरों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। राज्य में 11 और 12 अक्टूबर को सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। उधर, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में दक्षिण-पूर्वी मानसून भी सक्रिय हो गया है।
अरब सागर में लुबान तूफान का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि केरल, कर्नाटक और लक्षदीप के तटीय इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई।
नई दिल्ली. यहां वसंत कुज के किशनगढ़ इलाके में 19
पिछले कई दिनों से सूरज दिमाग में वारदात को अंजाम देने के लिए प्लानिंग चल रही थी। वह जब भी अपनी बहन को किसी लड़के से बात करते हुए देखता था तो वह आग बबूला हो जाता था। इस बात को लेकर घर में झगड़ा हो जाता था।
डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने बताया कि मृतक मिथलेश कुमार (40) पत्नी सिया (42), बेटी नेहा (16) और 19 साल के बेटे के साथ किशनगढ़ इलाके में रहते थे। सुबह 5 बजे नौकरानी ने चारों को खून से लथपथ हालत में देखा और पड़ोसियों को जानकारी दी।
इसके बाद पुलिस सभी को अस्पताल ले गई। जहां पति-पत्नी और बेटी को मृत घोषित कर दिया गया। बेटे का इलाज चल रहा है। हत्यारे को पकड़ने के लिए पुलिस की आठ टीमें लगाई गई हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही बेटे से भी पूछताछ की थी।
मृतक के साले ने बताया कि मिथलेश मूलरूप से उत्तरप्रदेश का रहने वाला था। दिल्ली में वह ठेकेदारी करता था। बदमाशों ने छह महीने पहले उनके बेटे का अपहरण भी कर लिया था।
साल के सूरज ने अपने मम्मी-पापा और 16 साल की बहन की चाकू और कैंची से गोदकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार सूरज नशे का आदी है, परिजन की लगातार रोकटोक और बहन की किसी अन्य युवक से दोस्ती से नाराज होकर उसने यह कदम उठाया।
वसंतकुंज के किशनगढ़ में  कॉन्ट्रैक्टर, उसकी पत्नी और बेटी के शव मिले थे। वहीं, उनका बेटा जख्मी मिला था। पुलिस ने मामले की जांच के लिए 8 टीमें बनाई थीं। पुलिस के मुताबिक, शुरुआत से ही उनका शक बेटे की तरफ था।
पुलिस ने बताया, कॉन्ट्रेक्टर के बेटे को सिर्फ उंगलियों में मामूली चोटें आई थीं। घर का कोई सामान भी गायब नहीं हुआ था। इससे यह स्पष्ट था कि लूट के मकसद से तीनों की हत्या नहीं की गई।